
Judai Shayari: जुदाई यानी बिछड़ना, किसी अपने से दूर होना। यह एहसास बहुत दर्द भरा होता है। जब कोई अपना हमसे दूर चला जाता है, तो दिल खाली-सा महसूस करता है। ऐसे में जुदाई शायरी (Judai Shayari) हमारे दिल के दर्द को शब्दों में कहने का सबसे सुंदर तरीका बन जाती है।
इस ब्लॉग में हम आपके लिए कुछ दिल को छू लेने वाली जुदाई शायरियाँ लेकर आए हैं जो आपके जज़्बातों को बयां करेंगी।
और चाहें तो इन शायरियों को अपने Instagram, Facebook या WhatsApp पर शेयर करके, अपनी भावनाएँ और एहसास अपने दोस्तों तक पहुँचा सकते हैं।
Judai Shayari

तूने रिश्ता तोड़ा है,
मजबूरी होगी तेरी में मानता हूं,
मुझे तो निभाने दे में,
भला तुझसे क्या मागता हू।

सब कुछ होते हुए भी तन्हाई मिलती है,
यादों में भी गमे परछाई होती है,
जितनी दुआ करते है उन्हें पाने कि,
उतनी ही उनसे जुदाई मिलती है।

अजीब जुल्म करती है तेरी यादें मुझ पर,
सो जाऊं तो जगा देती हैं,
और जाग जाऊं तो स्ला देती है।

मिलना था इत्तेफाक बिछड़ना नसीब था,
वो उतना ही दूर हो गया, जितना करीब था।

ना मेरा दिल बुरा था,
ना उसमें कोई बुराई थी,
सब मुकद्दर का खेल था,
किस्मत में लिखी जुदाई थी।

सबके होते हुए भी तन्हाई मिलती है,
यादों में भी ग़म की परछाई मिलती है,
जितनी भी दुआ करते हैं किसी को पाने की,
उतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है।

हमने तो वक़्त गुजारा तन्हाई में,
सह लिए सितम तेरी जुदाई में,
अब तो ये फरियाद है खुदा से,
कोई और न तड़पे तेरी जुदाई में।

हम दिल में रहेंगे याद बनकर,
तेरे लब पे खिलेंगे मुस्कान बनकर,
कभी हमे अपने से जुदा ना समझना,
हम तेरे साथ चलेंगे आसमान बनकर।

भूल जाने का हौसला ना हुआ,
दूर रहकर भी वो जुदा ना हुआ,
उससे मिल कर किसी और से क्या मिलते,
कोई दूसरा उनके जैसा ना हुआ।जुदाई पर शायरी हिंदी में

कहां मिलता है कोई समझने वाला,
जो भी मिलता है समझा के चला जाता है।

कोई वादा नहीं फिर भी इंतजार है,
जुदाई के बावजूद भी हमें तुझसे प्यार है,
तेरे चेहरे की उदासी दे रही है,
गवाही मुझसे बिछड़ कर तू भी बेकरार है।

जुदाई का दर्दी कुछ इस तरह है,
जैसे दिल से कोई सांस दूर हो गई हो,
हर एक लम्हा तुझे सोचते हैं,
तेरे बिना जिंदगी बेमानी हो गई हो।

जुदाई हो अगर लम्बी तो अपने रूठ जाते हैं,
बहुत ज्यादा परखने से भी रिश्ते टूट जाते हैं।

तुमसे मिलना दुआ पर छोड़ दिया,
हमने सब कुछ खुदा पर छोड़ दिया।

कुछ अधूरापन था जो पूरा हुआ ही नहीं,
कोई था मेरा जो मेरा हुआ ही नहीं।

हमनें माँगा था साथ उनका,
वो जुदाई का ग़म दे गए,
हम यादों के सहारे जी लेते,
पर वो भूल जाने की कसम दे गए।

सदियों से जगी आँखों को एक बार सुलाने आ
जाओ,
माना तुमको प्यार नहीं नफरत ही जताने
आ जाओ,
जिस मोड़ पे हमको छोड़ गए हम वही बैठे हैं,
क्यों जुदा हुए हमसे बस यही समझाने आ
जाओ।

तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है,
तेरी याद बहुत बेकरार करती है,
वह दिन जो तेरे साथ गुजारे थे,
नज़रें तलाश उनको बार-बार करती हैं।

जितने भी थे अश्क़ आँखों में मेरे,
वो तेरी याद में बह गए,
मर-मर कर भी हम बेवफ़ा,
तेरी जुदाई का हर दर्द सह गए।दिल से निकली ही नहीं शाम जुदाई वाली,
तुम तो कहते थे बुरा वक़्त गुज़र जाता है….
तेरी जुदाई ने मुझे आज ये सबक सिखा दिया,
प्यार सच्चा हो तो ज़िन्दगी भी पराई लगती है।
तेरे बिना ये आलम सुना सा है,
तेरी जुदाई का दर्द सता सा है।
हर पल बस तुझे सोचते हैं,
तेरे बिना ये दिल तड़पता सा है।
जुदा होकर भी तेरा इंतजार करते हैं,
हर पल बस तुझे याद करते हैं,
दिल को समझाने की कोशिश करते हैं,
पर ये दिल हर बार तुझे पुकारते हैं।
जुदाई की रातों में हम तारे गिनते हैं,
तेरी यादों में आंसू बहाते हैं,
हर पल बस यही सोचते हैं,
तुम कब लौटोगे, हम बस यही चाहते हैं।
जुदा होके भी तू मुझमें कहीं बाकी है,
पलको में बनके आंसू तू चली आती है।
जुदाई में तुझसे दूर हो गए,
तेरे बिना हम मजबूर हो गए,
दिल से तुझे कभी जुदा न कर सके,
तेरे बिना हम अधूरे हो गए।
इतना बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिए,
तुझे आँखों से नहीं मेरे दिल से जुदा होना है।
वफ़ा की ज़ज़ीर से डर लगता है,
कुछ अपनी तक़दीर से डर लगता है,
जो मुझे तुझसे जुदा करती है,
हाथ की उस लकीर से डर लगता है।
जुदा होकर भी तुम जुदा ना हो पाए,
तब भी दिल में थे अब भी दिल में हो समाये,
जुदाई ने तुम्हारी मुझे बेहाल कर दिया,
अचानक चले गए, तुमने कमाल कर दिया।
आओ किसी शब मुझे टूट के बिखरता देखो,
मेरी रंगों में ज़हर जुदाई का उत्तरता देखो,
किन किन अदाओं से तुम्हें माँगा है खुदा से,
आओ कभी मुझे सजदों में सिसकता देखो।
दिल से निकली ही नहीं
शाम जुदाई वाली,
तुम तो कहते थे,
बुरा वक़्त गुज़र जाता है।
हमारा दिल किसी गहरी जुदाई के भँवर में है,
हमारी आँख भी नम है कभी मिलने चले आओ,
हवाओं और फूलों की नई खुशबू बताती है,
तुम्हारे आने का मौसम है कभी मिलने चले आओ।
मजबूरी में जब कोई किसी से जुदा होता है,
ये तो ज़रूरी नहीं कि वो बेवफा होता है,
देकर वो आपकी आँखों में जुदाई के आँसू,
तन्हाई में वो आपसे भी ज्यादा रोता है।